क्रिकेटर हार्दिक पांड्या ने इस बात को खारिज कर दिया कि उन्होंने ट्विटर पर किसी प्रकार की अपमानजनक टिप्पणी की है. उन्होंने कहा कि यह ट्वीट फर्जी अकाउंट से किया गया है और इसमें उनके नाम और तस्वीर का गलत इस्तेमाल किया गया है. जोधपुर कोर्ट आदेश के बाद अपने स्पष्टीकरण में पांड्या ने कहा कि उनके मन में अंबेडकर के प्रति अत्यंत आदर और सम्मान है.
उन्होंने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर बयान जारी कर कहा, ‘मैं किसी प्रकार की ऐसी बयानबाजी में शामिल नहीं होउंगा जो अपमानजनक हो और किसी समुदाय का भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाली हो.’ संविधान निर्माता बीआर अंबेडकर के बारे में नकारात्मक टिप्पणियों के लिए अदालत में उनके खिलाफ याचिका दायर की गई थी.