सुखोई से फिर दागी गई दुनिया की सबसे तेज मिसाइल

राजस्थान के पोखरण में गुरुवार सुबह लडा़कू विमान सुखोई-30 एमकेआइ से एक बार फिर दुनिया की सबसे तेज मिसाइल (सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल) ब्रह्मोस़ दागी गई। भारत और रूस के संयुक्त प्रयास से तैयार की गई इस मिसाइल ने तय लक्ष्य पर निशाना लगाया। इससे पहले इस मिसाइल को पहली बार पिछले वर्ष नवंबर में दागा गया था। इसके साथ ही जल और थल के अलावा आसमान से मिसाइल दागने वाला भारत दुनिया का चौथा देश बन गया है।

पोखरण में परीक्षण की गई मिसाइल को रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ ) व सेना ने रूस के सहयोग से विकसित किया है। यह दुनिया की सबसे तेज एंटी शिप मिसाइल है। परीक्षण के दौरान पोकरण में डीआरडीओ के अधिकारियों के साथ ही सेना और ब्रह्मोस के अधिकारी भी मौजूद थे।

भारत सरकार इस मिसाइल को सुखोई में तैनात करने के लिए काम कर रही है। अगले तीन वर्षों में कुल 40 सुखोई विमान ब्रह्मोस मिसाइल से लैस हो जाएंगे । सुखोई में ब्रह्मोस मिसाइल होने से एयरफोर्स की ताकत काफी बढ़ जाएगी । ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल 3700 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से 290