हाथियों को बचाने की मुहिम में शामिल हुए युजवेंद्र चहल

इंग्लैंड के खिलाड़ी केविन पीटरसन इन दिनों बेजुबान जानवरों को लेकर चला रहे अपनी मुहिम के कारण चर्चा में हैं. वह क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं. अब गेंडों के सरंक्षण के लिए काम करेंगे. इधर, टीम इंडिया के स्पिनर युजवेंद्र चहल ने भी हाथियों के प्रति अपने प्यार को दिखाया है. युजवेंद्र चहल ने बुधवार को हाथी बचाव केंद्र का दौरा किया और देश में जानवरों को बचाने की मुहिम को बढ़ावा दिया. चहल ने माया, फूलकली और लक्ष्मी की कहानियों के बारे में सुना है जो उन 29 हाथियों में शामिल हैं, जिन्हें हाथी बचाव केंद्र में रखा गया है.

उन्होंने साथ ही इन हाथियों की रखरखाव करने वाले लोगों से भी बात की. मीडिया में जारी एक बयान के अनुसार, सर्कस की प्रताड़ित दुनिया से बचाए गए इन हाथियों को अब नई जिंदगी दी गई है. डॉक्टर इनका अच्छे से ख्याल रख रहे हैं और जरूरी इलाज मुहैया करा रहे हैं.

युजवेंद्र ने कहा, “इस वाल्डलाइफ एसओएस बचाव केंद्र का दौरा कर मैं काफी खुश हूं. इन जानवरों को बचाने में जो मेहनत लगाई जा रही है वो भावुक कर देने वाली है. मैं दोबारा यहां आना चाहूंगा.”

युजवेंद्र चहल का प्रदर्शन लगातर निखरता जा रहा है. दक्षिण अफ्रीका दौरे और फिर श्रीलंका में खेली गई ट्रॉफी के दौरान चहल ने अच्‍छा प्रदर्शन किया. Nidahas trophy में चहल ने 5 मैचों में 8 विकेट लिए. इस दौरे पर उन्‍होंने फाइनल टी-20 मुकाबले में बांग्लादेश के खिलाफ 18 रन देकर सर्वाधिक 3 विकेट चटकाए.