फाइनल में गुस्से पर काबू नहीं रख सका बांग्लादेशी खिलाड़ी, रेलिंग पर उतार दिया गु्स्सा

श्रीलंका में खेली गई निदास ट्रॉफी के नॉक आउट मैच में बांग्लादेशी टीम ने जिस तरह का व्यवहार मैदान पर दिखाया था, उसके बाद उनकी हर तरफ आलोचना हुई थी। शाकिब अल हसन और नुरुल हसन पर आइसीसी ने खराब बर्ताव के लिए जुर्माना भी लगाया था, लेकिन इसके बावजूद भी बांग्लादेशी खिलाड़ी अपने गु्स्से को काबू नहीं कर पाए। भारत और बांग्लादेश के बीच खेले गए फाइनल मैच के दौरान महमूदुल्लाह रियाद अपने गुस्से को काबू नहीं कर सके।

भारत और बांग्लादेश के बीच खेले गए फाइनल मैच में भारत ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाज़ी का फैसला किया था। बांग्लादेश की टीम की शुरुआत कुछ खास अच्छी नहीं रही थी। इस अहम मुकाबले में बांग्लादेश ने सिर्फ 27 रन के स्कोर पर ही अपने 2 विकेट गंवा दिए थे। इसके बाद सौम्य सरकार और मुशफिकुर रहीम भी जल्दी आउट हो गए, लेकिन शब्बीर रहमान ने एक छोर संभाला हुआ था। महमूदुल्लाह रियाद और शब्बीर के बीच एक अच्छी साझेदारी बन ही रही थी कि 104 रन के स्कोर पर इन दोनों में थोड़ी सी गफलत हुई और महमूदुल्लाह 21 रन बनाकर रन आउट हुए और पवेलियन लौट गए। जब महमूदुल्लाह आउट होने के बाद ड्रेसिंग रूम में वापस जा रहे थे, तब वो अपने गुस्से पर काबू नहीं रख सके और उन्होंने रेलिंग पर अपना गुस्सा उतारा। आप भी देखिए इस वीडियो में किस तरह महमूदुल्लाह आउट होने के बाद अपनी झुंझलाहट रेलिंग पर उतार रहे हैं।

 इससे पहले श्रीलंका के खिलाफ खेले गए मैच में भी बांग्लादेशी खिलाड़ी अपने गुस्से पर काबू नहीं रख सके थे। उस नॉक आउट मुकाबले के आखिरी ओवर में मैदानी अंपायर के नो बॉल नहीं देने के फैसले से निराश हुए बांग्लादेशी बल्लेबाज बीच मैदान पर श्रीलंकाई क्षेत्ररक्षकों से भिड़ गए थे, तो डगआउट में बैठे कप्तान शाकिब अल हसन और उनकी पूरी टीम बाउंड्री लाइन के किनारे आ खड़ी हुई थी। शाकिब बाउंड्री लाइन से खड़े होकर अपने बल्लेबाजों महमुदुल्लाह और रुबेल हुसैन को मैच छोड़कर मैदान से बाहर आने के लिए कह रहे थे, तो मैदानी अंपायर व श्रीलंकाई खिलाड़ी उन्हें ऐसा नहीं करने के लिए समझा रहे थे। बाउंड्री लाइन के बाहर रिजर्व अंपायर शाकिब को समझा रहे थे।