पल भर में करोड़पति बना ये दुकानदारः खाते में आए 9 करोड़ 99 लाख 99 हजार 999 रुपये

ख़बरें अभी तक: नॉर्थ वेस्ट दिल्ली के जहांगीरपुरी एरिया में एक सामान्य दुकानदार के बैंक खाते में अचानक 9 करोड़ से ज्यादा रुपए आ गए. अचानक 9 करोड़ 99 लाख 99 हजार 999 रुपये करोड़ रुपए का मैसेज आने के बाद दुकानदार ने एटीएम से अपनी मिनी स्टेटमेंट निकाली तो उसमें भी 9,99,99,999.00 रुपए मिले थे. इसके बाद दुकानदार डर गया. दुकानदार का खाता सीज हो गया है और बैंक में जाने की बजाए दुकानदार ने मीडिया का सहारा लिया है कहीं उनपर कोई मामला दर्ज न हो जाए. अब यह जांच का विषय है कि यह कोई कलेरिकल मिस्टेक है या कोई बैंक की दूसरी मिस्टेक की वजह से ऐसा हुआ है या असलियत में कोई बड़ा अमाउंट उनके खाते में कहीं से आया है.

छोटी सी मोबाइल की दुकान चलाने वाले विनोद जहांगीरपुरी में रहते हैं. विनोद का जहांगीर पुरी स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में बैंक खाता है और इनके बैंक खाते में मात्र 10 से बारह हजार रुपये ही होते थे और हमेशा वही बैलेंस रहता था. लेकिन कल अचानक इनके खाते में बैंक खाते में 9,99,99,999.00 रुपए आ गए. इनके पास जब इतनी बड़ी रकम का मैसेज आया तो यह चौक गए इनको विश्वास नहीं हुआ और ये संडे की छुट्टी थी इसलिए बैंक में न जाकर सीधे ATM में गए ATM में जाकर इन्होंने अपने खाते की मिनी स्टेटमेंट निकाली. मिनी स्टेटमेंट के अनुसार भी इनके खाते में 9,99,99,999.00 रुपए आए थे इसके बाद विनोद ने अपने खाते को फिर रीचेक करना चाहा कि क्या कुछ इससे निकलता भी है या नहीं जब इन्होंने अपने खाते से कुछ पैसे निकालने चाहे तो इनके खाते से पैसे नहीं निकले.

खाता सीज मिला विनोद काफी डरा हुआ है इनका कहना है कि मैं एक गरीब आदमी हूं जो अपनी दो वक्त की रोटी का ही जुगाड़ मुश्किल से कर पाता हूं और मेरे खाते में अचानक इतने रुपए आए तो कहां से आए, इस बात की जांच होनी चाहिए और जिसने मेरे खाते में इतने रुपए एक साथ भेजें और भेजने वाले के पास भी ये रुपए कहां से आये यह भी जांच होनी चाहिए. फ़िलहाल विनोद ने पुलिस और बैंक में शिकायत करने का मन बना लिया है वह मंगलवार को इसकी शिकायत करेंगे लेकिन उससे पहले विनोद ने मीडिया में आकर अपनी समस्या बताई है ताकि बैंक या कोई दूसरा लोग जांच मैं उसे न फंसा दे. विनोद को डर है कि उसकी गलती नहीं है उसे पता नही कि यह पैसे कहां से आए हैं लेकिन कहीं उनके खाते में पैसे आने के आरोप में उन्हें गिरफ्तार ना कर लिया जाए इस डर के मारे विनोद बैंक तक नहीं पहुंचे. उससे पहले मीडिया में आए हैं. विनोद का कहना है यदि ये बैंक की गलती निकली तो भी कार्रवाई हो क्योंकि यदि किसी बुजुर्ग के खाते में इतनी रकम आती तो उनकी हार्ट अटैक से मौत भी हो सकती थी.

अब ये जांच का विषय है कि यह कोई क्लेरिकल मिस्टेक है या किसी सॉफ्टवेयर की गलती की वजह से ऐसा हो गया उनके खाते में असलियत में इतने रूपये आए हैं. यह जांच के बाद ही पता चल पाएगा लेकिन इतना जरूर है कि जब किसी के पास इतने करोड़ एक साथ आ जाए तो वह भी उसके लिए समस्या है क्योंकि उसको उसका जवाब देना पड़ेगा. इस गरीब आदमी के पास करोड़ों रुपए आ गए लेकिन अब यह इस बात से दुखी है कि इनके खाते में यह पैसे आए तो इनके लिए एक नई समस्या इन पैसों ने दे दी है. इस समस्या से इनका कोई लेना देना नहीं है अब देखने वाली बात होती है कि इसकी वजह क्या है आखिरकार क्या है इसका पूरा मामला, ये रूपये विनोद ने ही कहीं से मंगवाए थे या किसी गलती से आए हैं या कोई क्लेरिकल मिस्टेक है यह सब जांच के बाद ही साफ होपाएगा.