डेढ लाख रुपए लेकर यूपी में बन गए कई MBBS डॉक्टर, STF ने गैंग को पकड़ा, किंगपिन है एक महिला

ख़बरें अभी तक: अभी तक छात्र लाखों रुपये खर्च कर एमबीबीएस की डिग्री कर पाते थे लेकिन पुलिस की एसटीएफ टीम ने एक ऐसा गिरोह पकड़ा है जो केवल डेढ़ लाख रुपये में एमबीबीएस की डिग्री दिलाते थे। ये गैंग रुपये लेकर यूनिवर्सिटी में परीक्षा कॉपियां बदल देते थे। चार-पांच साल से ये गोरखधंधा चल रहा था। इस गैंग ने पांच सौ से ज्यादा छात्रों की कॉपी बदल कर एमबीबीएस की परीक्षा पास कराई है।

एसटीएफ मेरठ अब इन गैंग की कुंडली खंगालने में जुट गई है। एसटीएफ इस पूरे मामले में मेरठ यूनिवर्सिटी प्रशासन की भूमिका की भी जांच कर रही है। फिलहाल गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है। परीक्षा की कॉपियां बदलने के इस खेल में डेढ़ से दो लाख रुपये में कॉपियां बदलने का ठेका छूटता था। मुजफ्फरनगर मेडिकल कॉलेज से भी इसके तार जुड़े हैं। 2014 से अब तक करीब 500 से ज़्यादा छात्रों ने इस तरह से डिग्री हासिल की है। खास बात ये है कि गिरोह की किंगपिन एक महिला है जिसकी तलाश जारी है ।

यूपीएसटीएफ ने एमबीबीएस सहित एलएलबी व अन्य परीक्षाओं की उत्तर पुस्तिका बदलने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए सदस्यों को गिरफ्तार किया है। चौधरी चरण सिंह विश्विद्यालय के संविदा कर्मचारी ने पूछताछ में बताया है कि एक उत्तर पुस्तिका बदलने की एवज में छात्रों से सवा लाख से डेढ़ लाख रुपए वसूलते थे। पुलिस ने आरोपियों के पास से एमबीबीएस की दो उत्तरपुस्तिका भी बरामद की है। साथ ही एक लाख रुपये भी बरामद किए हैं।

पूछताछ में ये भी पता चला है कि आरोपी अब तक सैकड़ों उत्तर पुस्तिका को बदलवा कर छात्रों को अनुचित लाभ दे चुके हैं। इस बड़े खेल में माना जा रहा है कि करोड़ों रुपये का लेनदेन हो चुका है। परीक्षा की कॉपियां बदलकर ये अब तक 500 से अधिक छात्रों को पास कर डॉक्टर और वकील बना चुके हैं । गिरोह के तार हरियाणा तक जुड़े हैं। एसटीएफ ने कविराज,कपिल,पवन व संदीप को गिरफ्तार किया है। एसटीएफ के एसपी आलोक प्रियदर्शी का कहना है ये गैंग करीब चार पांच साल से यूनिवर्सिटी में एमबीबीएस के अलावा दूसरे पाठ्यक्रम की परीक्षा की कापियां बदल रहे हैं। अब तक करोड़ों रुपये की कमाई कर चुके हैं। इस गैंग के सभी सदस्यों के अकाउंट की भी जांच की जा रही है। फिलहाल इस रैकेट से जुड़े अन्य सदस्यों को भी एसटीएफ तलाश कर रही है।