ऑनलाइन मिला नकली सामान तो मिलेंगे पैसे वापस

खबरें अभी तक। कई बार आप जब ऑनलाइन शॉपिंग करते हैं, तो आपको असली सामान की बजाय नकली सामान पहुंच जाता है. ऐसे मामलो में ज्यादातर कुछ हो नहीं पाता. इसकी वजह से ग्राहकों को काफी ज्यादा नुकसान झेलना पड़ता है.

लेक‍िन अब नहीं. भारत सरकार एक व्यवस्था करने जा रही है. अगर आपके साथ ऐसी कोई धोखाधड़ी होती है, तो इसके बूते आपको पूरा पैसा वापस मिलेगा. इस नई व्यवस्था को ‘कैशबैक’ नाम दिया जा सकता है.

अक्सर यह होता है कि ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर आप जब भी कोई सामान लेते हैं, तो कई बार आपको जो स्क्रीन पर दिखता है, वह घर नहीं पहुंचता. ऐसी स्थ‍िति से निपटने के लिए ही सरकार इस प्रणाली को तैयार करने पर विचार कर रही है.

एक अध‍िकारी ने बताया कि इस तरह की व्यवस्था तैयार करने के लिए बातचीत वैचारिक स्तर पर चल रही है. अध‍िकारी ने नाम न बताने की शर्त पर कहा कि यह चर्चा ई-कॉमर्स कंपनि‍यों और डि‍पार्टमेंट ऑफ इंडि‍यन पॉलि‍सी एंड प्रमोशन (डीआईपीपी) के बीच हो रही है.

अध‍िकारी ने बताया कि सरकार इस मामले पर भागीदारों की राय ले रही है क्योंकि हमें इसकी जरूरत है. दरअसल इसका मकसद घरेलू बाजार में नकली उत्पादों पर रोक लगाना है.

मौजूदा समय में फ्‍ल‍िपकार्ट और अमेजन समेत अन्य ई-रिटेलर कंपनियां 15 से 30 दिनों के भीतर रिफंड और बदलने का विकल्प देती हैं. हालांकि नकली सामान आपके पास पहुंचने को लेकर आपको इसे साबित करना भी जरूरी होता है.

कई मामलों में तो ग्राहकों को रिफंड ही नहीं मिलता क्योंकि वे अपनी बात को साबित नहीं कर पाते. आए दिन नकली उत्पाद घर पहुंचने के मामले सामने आते रहते हैं. ऐसे में सरकार इस पर लगाम लगाने की तैयारी कर रही है.

नकली माल से न सिर्फ आम आदमी का नुकसान होता है, बल्क‍ि इससे देश की अर्थव्यवस्था को भी काफी झटका लगता है. जैसे ही यह व्यवस्था आ जाएगी, तो आपके लिए नकली उत्पादों के नुकसान से बचना काफी आसान हो जाएगा.