केजरीवाल की सर्वदलीय बैठक से दूर रहेगी BJP,सीलिंग पर आज दिल्ली बंद

खबरें अभी तक। दिल्ली में व्यापारियों को जहां सीलिंग के सितम से निजात मिलती नहीं दिख रही है, वहीं इस पर सियासत भी जमकर हो रही है. इस बीच आज राजधानी के कारोबारियों ने बंद बुलाया है. वहीं, दूसरी तरफ मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस मसले पर सर्वदलीय बैठक बुलाई है.

आज पूरा दिन दिल्ली की सरोजनी नगर, करोल बाग और साउथ एक्सटेंशन जैसी सभी बड़ी मार्केट बंद रहेंगी. इस संबंध में रविवार को अखिल भारतीय व्यापारी परिसंघ (CAIT) ने मीटिंग बुलाई थी, जिसमें दिल्ली के 250 से ज्यादा व्यापारी संगठन शामिल हुए थे. इस बैठक में एक दिन बाजार बंद रखने का निर्णय लिया गया था. व्यापारी मांग कर रहे हैं कि केंद्र सरकार सदन में बिल लाकर सीलिंग की कार्रवाई पर रोक लगाए.

आज के व्यापार बंद से लगभग 1800 करोड़ रुपए का व्यापार प्रभावित होगा. जिससे सरकार को लगभग 250 करोड़ के राजस्व का नुकसान होने का अनुमान है.

केजरीवाल ने बुलाई बैठक

वहीं, इस समस्या के समाधान पर चर्चा के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज सर्वदलीय बैठक बुलाई है. हालांकि, बीजेपी ने इस बैठक में शामिल होने से इनकार कर दिया है.

दिल्ली बीजेपी के महासचिव रवीन्द्र गुप्ता ने कहा है कि 30 जनवरी को मुख्यमंत्री के आवास की घटना के बाद पार्टी बैठक में शामिल नहीं होगी. क्योंकि तब बीजेपी के एक प्रतिनिधिमंडल के साथ ‘दुर्व्यवहार’ किया गया था. जिससे यह साबित होता है कि आम आदमी पार्टी का राजनीतिक संवाद में कोई भरोसा नहीं है.

 बीजेपी पर आप का निशाना

इस बीच आप के वरिष्ठ नेता सौरभ भारद्वाज ने दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी पर निशाना साधते हुए कहा है कि पूरी दिल्ली सीलिंग का एक सामधान ढूंढने में लगी हुई और बीजेपी के दिल्ली प्रमुख और संसद सदस्य लापता हैं.

आप संसद में उठाएगी मुद्दा

आम आदमी पार्टी सड़क से लेकर संसद तक सीलिंग का विरोध कर रही है. राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने सीलिंग रोकने के लिए संसद में प्राइवेट मेंबर बिल दिया है.

संजय सिंह ने बताया कि सीलिंग को रोकने के लिए संसद में हमने प्राइवेट मेंबर बिल दिया है. हमारी जानकारी में आजeदी के बाद से अब तक लगभग 14 प्राइवेट मेम्बर बिल स्वीकृत हुए हैं और पिछले 5-6 महीनों में 300 से ज्यादा प्राइवेट मेंबर बिल आ चुके हैं. हालांकि इस पर सहमति होना और पास होने की एक लंबी प्रक्रिया है, सदन में इस पर सहमति बनेगी या नहीं बनेगी इस पर कुछ कहा नहीं जा सकता.