Women’s Day: महिलाओं ने चलाई ट्रेन, कानपुर का गोविंदपुरी बना पहला महिला रेलवे स्टेशन

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर उत्तर रेलवे ने महिला कर्मचारियों को तोहफा दिया. राजधानी लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन से एक ट्रेन चलाई गई जिसमें लोको पायलट से लेकर पूरा महिला स्टाफ रहा. वहीं कानपुर के गोविंदपुरी रेलवे स्टेशन को महिलाओं द्वारा संचालित रेलवे स्टेशन के रूप में आरंभ किया गया. उत्तर रेलवे के मंडल प्रबंधक सतीश कुमार ने बताया कि चारबाग रेलवे स्टेशन से सुबह 7 बजकर 30 मिनट पर लखनऊ प्रयाग इंटरसिटी रवाना की गई.

इस ट्रेन में महिला लोको पायलट से लेकर टीईटी और जीआरपी का महिला स्टाफ तैनात रहा. इस ट्रेन में टीटीई के रूप में मुंद्री देवी, विजय लक्ष्मी, शशिबाला पाल, नारायणी देवी तथा उर्मिला देवी तैनात थी, जबकि सहायक लोको पायलट के रूप में ममता यादव तैनात थी.

गोविंदपुरी स्टेशन को महिला स्टेशन के रूप में शुरू किया गया
उत्तर मध्य रेलवे (एनसीआर) के महाप्रबंधक एमसी चौहान ने बताया कि कानपुर के गोविंदपुरी स्टेशन को महिला स्टेशन के रूप में शुरू किया गया. यहां पर  संपूर्ण स्टाफ महिलाओं का है इसमें टिकट बांटने से लेकर स्टेशन मास्टर तक सारा स्टाफ महिलाओं का होगा. लखनऊ के डीआरएम सतीश ने बताया कि इस ट्रेन में पूरी यूनिफॉर्म में पहुंची इन महिलाओं के चेहरे पर इस सम्मान की खुशी साफ झलक रही थी.

इन महिलाओं ने कहा कि उन्हें जो जिम्मेदारी दी गई है उससे वे बहुत खुश हैं. एक समय था जब समझा जाता था कि महिलाएं सिर्फ घर के काम कर सकती हैं. अब महिलाएं हर क्षेत्र में आगे आईं हैं और अहम पदों की जिम्मेदारी बखूबी निभा रही हैं.

उन्होंने कहा कि अब पूरी ट्रेन महिला स्टाफ के जिम्मे सौंपी गई तो उन्हें बहुत खुशी हो रही है. उनका आत्मविश्वास और बढ़ गया है. उन्होंने बताया कि महिला सशक्तिकरण की दिशा में यह अहम कदम उठाया गया है. चौहान के मुताबिक इलाहाबाद तथा कानपुर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म पर तथा इलाहाबाद एनसीआर के मुख्यालय में भी नैपकिन वेडिंग मशीन लगायी गयी है. महिला दिवस पर पूर्वोत्तर रेलवे के लखनऊ जंक्शन पर नैपकिन पैड मशीन की भी शुरूआत की गयी.