पर्दे पर इन दो एक्ट्रेस से थी टक्कर?हमेशा श्रीदेवी पड़ीं भारी

खबरें अभी तक। भारतीय सिनेमा जगत समेत पूरा देश श्रीदेवी की अचानक हुई मौत से गमजदा है. मात्र 54 साल की उम्र में इस दिलकश अदाकारा ने दुनिया को अलविदा कह दिया. निसंदेह उन्होंने जो कुछ भी अपने करियर में पाया वो किसी के लिए भी एक ख्वाब सरीखा है. उन्हें लेडी अमिताभ के नाम से भी जाना गया.

अपने करियर के दौरान उन्हें एक से बढ़कर एक चुनौतियों का सामना करना पड़ा. एक तरफ जहां उन्हें कई कठिन किरदार निभाने को मिले वहीं दूसरी तरफ उनके सामने और भी बड़ी अभिनेत्रियां थीं जो अपने अभिनय का जौहर दिखा रही थीं. इन सब के बीच श्रीदेवी ने जो कामयाबी दर्ज की वो उन्हें सही मायने में बॉलीवुड की सबसे सफल अभिनेत्री सिद्ध करती है. श्रीदेवी की तीन अभिनेत्रियों से टक्कर थी. उनकी टक्कर सामने जया प्रदा और माधुरी दीक्षित से थी.

श्रीदेवी के साथ रजनीकांत, जया प्रदा और कमल हासन ने लगभग आसपास ही बॉलीवुड में अपना हाथ आजमाया. 1983 में जितेंद्र के साथ हिम्मतवाला के जरिए श्रीदेवी ने बड़ी सफलता हासिल की. दक्षिण से मुंबई आए दूसरे स्टार्स में कमल हासन ने एक दूजे के लिए (1981), रजनीकांत ने अंधा क़ानून (1983) और जया प्रदा ने सरगम (1979) से ऐसी ही सफलता हासिल की थी.

इन सभी साउथ के बड़े कलाकारों में श्रीदेवी और जया प्रदा ही लम्बे वक्त तक बॉलीवुड में टिकीं. रजनीकांत और कमल हासन ने साउथ की फिल्मों की तरफ अपना रुख मोड़ लिया और कभी-कभी ही वो बॉलीवुड में काम करते. जयाएक समय जयाप्रदा और श्रीदेवी एक दूसरे के प्रतिद्वंदी थे. दोनों खूबसूरत थे, नृत्य करने में माहिर थे और दोनों ने ही अपने शानदार अभिनय से लोगों को दीवाना बना दिया था.

80 के दौर में एक समय ऐसा भी आ गया था जब जितेंद्र श्रीदेवी और जया प्रदा एक साथ कई फिल्मों में नजर आने लगे. श्रीदेवी ने जितेंद्र के साथ प्रमुख रूप से 18 फ़िल्में की. इनमें 9 से ज्यादा फिल्मों में जया प्रदा भी थीं.90 का दशक आते-आते जया प्रदा ने अपना रुख राजनीति की तरफ मोड़ लिया हालांकि इस बीच वो फिल्में भी करती रहीं,

वहीं दूसरी तरफ श्रीदेवी ने फिल्मों की तरफ ही अपना सारा ध्यान लगाया और खुद को 80 और 90 के दशक की लीडिंग अभिनेत्री के रूप में स्थापित किया.

इसके बाद 90 के दशक में उनका सामना माधुरी दीक्षित से हुआ. माधुरी दीक्षित के तरफ फिल्म निर्देशक आकर्षित होने लगे और उन्हें सफलता की गारंटी माना जाने लगा. इसी बीच श्रीदेवी अपनी निजी जिंदगी में व्यस्त होने लगीं और धीरे-धीरे उन्होंने फिल्मों से दूरी बना ली.

फिल्म इंग्लिश-विंग्लिश से उन्होंने दोबारा फिल्मों में वापसी की. इस फिल्म से उन्होंने ये सिद्ध कर दिया कि वो क्यों बॉलीवुड की सबसे बड़ी अभिनेत्री हैं. अधिकतर देखा गया है कि फिल्म सितारे जितने सफल अपनी पहली पारी में होते हैं दूसरी पारी में वो वैसे सफल नहीं हो पाते. श्रीदेवी ने दूसरी पारी में भी अपनी चमक बरकरार रखी. इसके बाद फिल्म मोम में भी उनके अभिनय की तारीफ की