बिल देख उड़े उपभोक्ता के होश,फिर सामने आई IPH विभाग की लापरवाही

खबरें अभी तक। आई.पी.एच. महकमे को तकरीबन डेढ़ वर्ष बाद अपने उपभोक्ताओं की याद आखिरकार आ ही गई। आई.पी.एच. उपमंडल चुराग के पेयजल उपभोक्ताओं को महकमे ने 18 माह का पेयजल बिल थमा दिया है। इन पेयजल बिलों की अदायगी करने के लिए विभाग ने बाकायदा उपभोक्ताओं को थोड़ा वक्त भी दिया है।

इसके अलावा हिदायत दी है कि वक्त रहते यदि पानी का बिल नहीं भरा तो पानी का कनैक्शन काट दिया जाएगा। एकमुश्त पानी के बढ़े हुए बिलों को देखकर उपभोक्ताओं के पसीने छूटने लगे हैं।

पानी के बिलों का भुगतान
पानी के बिलों का भुगतान करना गरीब तबके के लोगों के लिए परेशानी का सबब बन गया है। मेहनत-मजदूरी कर अपने परिवार का पेट भरने वालों को पानी के बिल की एकमुश्त अदायगी करना अखरने लगा है। कुछ उपभोक्ताओं के पानी के बिल तो हजारों में हैं जबकि कुछ उपभोक्ता ऐसे भी हैं जिनका बिल 500 से 1,000 रुपए के बीच में है। उपभोक्ताओं का कहना है कि विभाग की लेटलतीफी के चलते उन पर आर्थिक बोझ बढ़ गया है। विभाग को चाहिए कि समय रहते उपभोक्ताओं को पानी के बिल दिए जाएं ताकि उपभोक्ता समय रहते पानी के बिल जमा करवा सकें।

वर्क वाटर क्लर्क के रिटायर होने से उपजी समस्या
तकरीबन डेढ़ वर्ष के बाद उपभोक्ताओं को पेयजल बिल वितरित करने के लिए वाटर क्लर्क (डब्ल्यू.डब्ल्यू.सी.) का रिटायर होना कारण बताया जा रहा है। हालांकि यह क्लर्क दिसम्बर, 2017 में रिटायर हो गया है लेकिन महकमा वर्ष 2016 के जुलाई माह के बिल अभी भी वितरित ही कर रहा है। इससे पूर्व क्लर्क ने पानी के बिल क्यों नहीं बनाए? यह विभागीय जांच का विषय हो सकता है। चुराग उपमंडल में तकरीबन साढ़े 5200 पेयजल उपभोक्ता हैं तथा इन उपभोक्ताओं तक पानी के बिल पहुंचाने में भी विभाग के पसीने छूट रहे हैं। वर्क वाटर क्लर्क के रिटायर होने के बाद अभी तक इस पोस्ट को नहीं भरा गया है तथा मौजूदा समय में जुगाड़ के जरिए ही विभाग उपभोक्ताओं के पेयजल बिल तैयार कर उन्हें वितरित कर रहा है।

विभाग की लापरवाही का खमियाजा भुगत रहे उपभोक्ता
आई.पी.एच. महकमे की लापरवाही का खमियाजा उपभोक्ताओं को भुगतना पड़ रहा है। विभाग समय रहते पानी के बिल तैयार नहीं करवा पाया जिसके चलते उपभोक्ताओं पर एकमुश्त पानी के बिलों की अदायगी करने का बोझ बढ़ गया। यदि विभाग समय रहते पानी के बिल तैयार कर उन्हें वितरित कर देता तो उपभोक्ता आर्थिक तौर पर परेशान नहीं होते। पानी के बढ़े हुए बिलों ने जहां उपभोक्ताओं को परेशानी में डाल दिया है, वहीं विभाग की लेटलतीफी पर उपभोक्ताओं ने कड़ा रोष प्रकट किया है।
उपभोक्ताओं को रूटीन से मिलेंगे पानी के बिल : एस.डी.ओ.
मामले को लेकर आई.पी.एच. उपमंडल चुराग के एस.डी.ओ. हंसराज ने बताया कि आई.पी.एच. चुराग उपमंडल में उपभोक्ताओं की तादाद काफी ज्यादा है। विभाग में महज एक वाटर वर्क क्लर्क ही बिल बनाता था जो रिटायर हो चुका है। विभाग अभी उपभोक्ताओं से पानी के पुराने बिलों की वसूली कर रहा है। भविष्य में पेयजल उपभोक्ताओं को रूटीन से पानी के बिल वितरित किए जाएंगे ताकि उपभोक्ताओं को परेशानी न हो।