क्या सच में बंद होने जा रही है एयरसेल, जान लीजिए इससे जुड़ी 5 बड़ी बातें

90 के दशक के आखिर में (1999) टेलिकॉम सेक्टर में एंट्री लेने वाली एयरसेल अब मुश्किल हालात में है। यूजर्स दूसरे नेटवर्क में शिफ्ट हो रहे हैं तो कर्मचारी दूसरी नौकरी ढूंढने को मजबूर। कई महीनों से फंडिंग के लिए जूझ रही एयरसेल की मुश्किल दोतरफा है। एक ओर जहां उसके यूजर्स कॉल ड्रॉप एवं नो सिग्नल जैसी समस्याओं के लिए परेशान है, तो वहीं दूसरी तरफ कंपनी दिवालिया होने की कगार पर पहुंच रही है। वहीं खबर यह भी है कि 31 मार्च तक कंपनी पर ताला भी लग सकता है। अगर आप भी एयरसेल के यूजर हैं या फिर पूर्व यूजर रह चुके हैं तो आपके लिए 5 बातें जानना जरूरी है।

क्या वाकई में बंद हो रही है एयरसेल?

इस मामले पर कंपनी का कहना है कि निकट भविष्य में फिलहाल तो ऐसा नहीं होने जा रहा है। फेसबुक और ट्विटर पर कई यूजर्स की ओर से कंपनी के बंद होने के डर को जाहिर किए जाने के बाद एयरसेल ने सोशल मीडिया पर साफ किया कि वह अपनी सेवाएं बंद नहीं करने जा रही है और अगर ऐसा कुछ भी होता है तो उसके बारे में यूजर्स को पर्याप्त सूचना भी दी जाएगी। कपनी ने बताया, “हमारा सिस्टम ग्रोथ को संभालने में असमर्थ है। हालांकि हम कहीं नहीं जा रहे हैं। यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम आखिरी दम तक अपने कस्टमर्स की सेवा करें।”

एयरसेल के यूजर्स क्यों हो रहे हैं परेशान?

एयरसेल के तमाम यूजर्स अपने सर्कल में मुश्किलों का सामना कर रहे हैं। फेसबुक और ट्विटर पर वायरस हुईं कुछ पोस्ट के बाद से राजस्थान, कोलकाता, चेन्नई, ओडिशा और दिल्ली के यूजर्स को उनके मोबाइल पर कंपनी का नेटवर्क नहीं दिख रहा है। ऐसा पिछले कुछ दिनों से हो रहा है।