सड़क हादसे में दो युवकों की मौत

खबरें अभी तक। पठानकोट-मंडी राष्ट्रीय राजमार्ग पर रविवार रात सड़क हादसे में दो युवकों की मौत हो गई। हादसे का शिकार हुए दोनों युवक आपस में मामा व बुआ के बेटे थे। हादसे के कारणों का पता नहीं चल पाया है। साहिल (23) पुत्र हरवंश लाल निवासी तंगरोटी व सौरभ (22) पुत्र अशोक कुमार निवासी अपर खोली बाइक (नंबर एचपी-40-ए-9832) पर मटौर की तरफ आ रहे थे।

कच्छियारी के पास तीखी उतराई पर हादसे का शिकार हो गए। हादसा कैसे हुआ यह तो पता नहीं चल पाया है। प्रारंभिक जांच में पाया गया है कि बाइक की किसी अन्य वाहन के साथ टक्कर हुई है, जिसके कारण वह अनियंत्रित होकर गिर गए। साहिल के सिर व शरीर के अन्य भागों पर गंभीर चोट लगी थी, जबकि सौरभ के सिर की तरफ चोट लगी थी। जिस स्थान पर हादसा हुआ है, वह क्षेत्र सीसीटीवी कैमरे की रेंज से भी दूर है क्योंकिउक्त स्थान पर ब्लाइंड मोड़ है।

कांगड़ा थाना के सब इंस्पेक्टर ललित महंत ने बताया कि हादसे के कारणों का पता नहीं चल पाया है। शव पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिए हैं। दुर्घटनाग्रस्त मोटरसाइकिल साहिल के जीजा का था। डीएसपी कांगड़ा संजीव चौहान ने बताया कि दोनों की मौके पर ही मौत होने के कारण घटना का पूरी तरह से पता नहीं चल पा रहा है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है हादसे के बाद संवेदनहीनता लील गई दो जिंदगियां हादसा कब और कैसे हुआ इसका कुछ नहीं चल पाया है। लेकिन संवेदनहीनता दोनों की मौत की बड़ी वजह बनी। पुलिस को एंबुलेंस 108 ने 12:09 मिनट पर सूचित किया। सब इंस्पेक्टर ललित महंत एक अन्य पुलिस जवान के साथ घटनास्थल पर पहुंच और दोनों युवकों के परिजनों को सूचित किया।

घटनास्थल पर पुलिस को एक घड़ी मिली है जिस पर 10:02 बजे हैं। हो सकता है हादसे के बाद घड़ी बंद हो गई है। अगर हादसा 10 बजे के आसपास हुआ है तो किसी ने इसकी सूचना 108 एंबुलेंस सेवा या पुलिस को क्यों नहीं दी? 12 बजे के बाद पुलिस को जानकारी मिली और उसके बाद सूचना युवकों के परिजनों तक पहुंची। अगर समय रहते जानकारी मिल गई होती या किसी ने मानवता का फर्ज निभाया होता तो शायद दोनों युवक असमय काल का ग्रास बनने से बच जाते। ऐसा भी नहीं है कि रास्ता सुनसान था? राष्ट्रीय राजमार्ग होने के नाते यहां हर समय वाहनों की आवाजाही रहती है। फिर क्यों किसी का दिल नहीं पसीजा यह सवाल हर किसी के जहन में कौंध रहा है।

हेलमेट पहना होता तो बच सकती थी जान

दोनों में से किसी ने भी हेलमेट नहीं पहना था। प्रथम दृष्टया में दोनों युवकों की मौत की वजह सिर पर चोट लगना है। अगर दोनों ने या वांहन चलाने वाले ने हेलमेट पहना होता तो उनकी जान बच सकती थी। हादसे से साहिल के सिर पर गंभीर चोट थी और सौरभ के भी सिर पर चोट थी। अगर दोनों में से एक ने भी हेलमेट पहना होता तो उन्हें इतनी चोट नहीं लगनी थी और वे सहायता के लिए परिजनों से भी संपर्क कर सकते थे।