खबरें अभी तक। एक ऊर्जा टास्क फोर्स ने जापान के विदेश मंत्री को अक्षय ऊर्जा को बढ़ावा देने का प्रस्ताव रखा है। साथ ही यह यह तर्क दिया है कि देश की ऊर्जा नीतियां पुरानी हैं जिसने इसकी वैश्विक प्रतिस्पर्धा को कमजोर कर दिया है। यह सलाह मंत्री टेरो कोनो, की तरफ से दी गई। एमईटीआई घर पर कोयले का उपयोग कर और विदेशों में कोयला आधारित परियोजनाओं के वित्तपोषण का आग्रह करती है।
सोमवार को कोनो के द्वारा प्रस्तुत टास्क फोर्स रिपोर्ट में ये तर्क दिया गया कि परमाणु ऊर्जा से देश ने आर्थिक प्रतिस्पर्धा खो दी है। साथ ही यह भी कहा कि दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था को परमाणु ऊर्जा पर निर्भरता को जितना संभव हो सके उतना कम करना चाहिए, और इसके बजाय अक्षय ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देना चाहिए।
टास्क फोर्स ने रिपोर्ट में कहा, “यदि अक्षय उर्जा के लिए प्राकृतिक संसाधनों पर जापान केंद्रित है तो इससे ऊर्जा सुरक्षा में बेहतर योगदान होगा जो नई घरेलू अर्थव्यवस्था को संभव बनाने में मददगार होगा।”