तोगड़िया ने अड़ाई टांग तो VHP को लेकर बढ़ी संघ की चिंता

खबरें अभी तक। विश्व हिन्दू परिषद में जारी गतिरोध का कोई हल न निकलता देख राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) इन दिनों कुछ परेशान है. आरएसएस की कार्यशैली अपने विभिन्न संगठनों के बीच हमेशा आम सहमति बनाकर चलने की रही है. हालांकि वीएचपी कार्यकारिणी की दो महीने पहले भुवनेश्वर में हुई बैठक में नेतृत्व का मुद्दा अब तक बातचीत से सुलझ नहीं पाया है और इसने संघ की चिंता बढ़ा दी है.

आरएसएस के एक नेता कहते हैं, ‘संघ के लिए चिंता की बड़ी बात यह है कि बीजेपी के बाद वीएचपी ही बड़े जनाधार वाला उसका अनुषांगिक संगठन है. संघ हमेशा से ही व्यक्ति से ज्यादा संगठन को प्राथमिकता देता रहा है और ऐसे में किसी संगठन में नेतृत्व को लेकर उभरा कोई झगड़ा उसके लिए सवाल जरूर खड़े करता है.’