वेनेजुएला का जिक्र आजकल सभी की जुबान पर है। इसकी वजह है वहां पर चल रहा आर्थिक संकट। इस संकट की वजह से कभी बेहतर जीवन बिताने वाले लोग भी सड़क पर आ गए हैं। वेनेजुएला के लिए सबसे खराब दौर है। लेकिन वेनेजुएला ने तरक्की का वह दौर भी देखा है जिसको लेकर कभी दुनिया के कई देश चर्चा करते थे। वेनेजुएला की सुंदरियों ने भी दुनिया के कई मंचों पर अपनी पहचान बनाई है। वेनेजुएला की सुंदरियों ने मिस यूनिवर्स का करीब तीन बार खिताब जीता है वहीं मिस वर्ल्ड एक बार जीता है। लेकिन इन सुंदरियों के इस देश की हालत अब खराब हो रही है।
मिस वर्ल्ड और मिस यूनिवर्स की बात चली है तो पहले हम आपको इनकी ही जानकारी दे देते हैं। गैबरिला इसलर ने वर्ष 2013 में मिस यूनिवर्स का खिताब आखिरी बार अपने नाम किया था। वह इससे पहले मिस वेनेजुएला भी रह चुकी हैं। उनसे पहले 2008 और 2009 में दोनों ही बार वेनेजुएला की सुंदरियों ने यह खिताब अपने नाम किया था। इनका नाम था स्टेफानिया फर्ननांडिज और डायना मेंडोजा। ये दोनों भी इस खिताब को पाने से पहले मिस वेनेजुएला रही थीं। इन सभी के अलावा 2011 में वेनेजुएला से इवाना सरकोस ने मिस वर्ल्ड का खिताब जीता था। इन सभी ने मॉडलिंग से अपना करियर शुरू किया था। वहीं अब इनमें से कुछ देश के बाहर बस चुकी हैं। लेकिन आपको यह जानकर अफसोस होगा कि सोशल मीडिया से जुड़ी इन सभी सुंदरियों के फेसबुक वॉल और ट्विटर हैंडल पर वेनेजुएला की हालत को लेकर कोई बयान नहीं है।
आर्थिक संकट से जूझ रहे वेनेजुएला में लोग देश छोड़कर भाग रहे हैं। ऐसे में वेनेजुएला की सरकार ने लोगों को काम के लिए प्रभावित करने के मकसद से बड़ी दिलचस्प स्कीम भी निकाली है। इसमें कहा गया है कि उन्हें काम के ऐवज में अंडे और कुछ पैसे दिए जाएंगे। अंडे इसलिए कि वह अपना पेट भर सकें और पैसे इसलिए कि वह अपनी जरूरत का सामान खरीद सकें। लेकिन मौजूदा दौर में जहां लाखों रुपयों में महज एक किलो मीट आ रहा है और दूध की बोतल 80 हजार की बिक रही है तो यह पैसे कितने कारगर साबित होगा, कहना बड़ा मुश्किल है। यहां के आर्थिक संकट को लेकर वेनेजुएला के राष्ट्रपति मादुरो अमेरिका पर आरोप लगा रहे हैं।