आरपीएफ के विकल्प की तलाश में जुटा रेलवे, किसी और बल को तैनात करने की योजना

खबरें अभी तक। भारतीय रेल में बढ़ रही वारदातों पर अंकुश लगाने और यात्रियों की हिफाजत बढ़ाने के लिए रेलवे बोर्ड, रेलवे कोच फैक्टरी, वर्कशॉप, कार्यालयों आदि से रेलवे सुरक्षा बल (आपीएफ) को हटाकर दूसरे विकल्प तलाशे जा रहे हैं। केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआइएसएफ) अथवा अन्य किसी सुरक्षा बल को वर्कशॉप व कार्यालयों में तैनात करने की योजना है।

रेलवे बोर्ड ने सभी जोन के चीफ सिक्योरिटी कमिश्नर (सीएससी) से पत्राचार कर वर्कशॉप और कार्यालयों में तैनात आरपीएफ की संख्या के बारे में ब्योरा मांगा है। 23 फरवरी तक सभी अधिकारियों को हर हाल में जानकारी देने को कहा गया है। आदेशों में रेल मंत्री पीयूष गोयल की बैठक का भी जिक्र किया गया है, जिसमें मंत्री आरपीएफ की स्टेशन व ट्रेनों में स्ट्रेंथ बढ़ाना चाहते हैं। 30 जनवरी 2018 को रेल मंत्री ने देश के 138 आरपीएफ अधिकारियों से बैठक कर सुरक्षा के दृष्टिकोण से चर्चा की थी।

इस दौरान सुझाव आए थे कि आरपीएफ की स्ट्रेंथ स्टेशन एवं ट्रेनों में बढ़ाई जाए, जिससे कि सुरक्षा मजबूत हो। इस दौरान सामने आया कि आरपीएफ के जवान काफी संख्या में फैक्टरी व वर्कशॉप में तैनात है, जिनका इस्तेमाल भी स्टेशन व ट्रेनों में किया जा सकता है। बैठक में ही तय हो गया था कि इसके लिए विकल्प तलाशे जाएं।

इसी संबंध में 12 फरवरी 2018 को रेलवे बोर्ड ने सभी सीएससी से रैंक और स्ट्रेंथ कहां पर कितनी है इसका डिटेल में ब्योरा मांगा है। ब्योरा आने के बाद रेलवे को स्पष्ट हो जाएगा कि कितने जवान स्टेशन और ट्रेनों के अलावा ड्यूटी कर रहे हैं। नाम न छापने की शर्त पर अधिकारी ने बताया कि सीआइएसएफ की जगह दूसरी फोर्स को भी तैनात किया जा सकता है। इस बारे में डिटेल में जानकारी मांगी गई है।