आखिर क्यों खिलजी के रोल से बाहर नहीं आ पाए रणवीर

खबरें अभी तक। फिल्म पद्मावत में रणवीर, दीपिका, शाहिद के काम की चारों ओर तारीफ हो रही है. अलाउद्दीन खिलजी का रोल निभा रहे रणवीर सिंह को उनकी अदाकारी के लिए काफी वाहवाही मिल रही है. एक्टर की इस परफॉर्मेंस के बिग बी भी कायल हो गए हैं. उन्होंने रणवीर के काम की तारीफ करते हुए उन्हें स्पेशल नोट लिखकर भेजा था

इस फिल्म में अपने रोल से रणवीर सिंह बाहर नहीं आ सके हैं. यह बात रणवीर के सोशल मीडिया अकाउंट से साफ जाहिर हो रही है. उन्होंने पद्मावत में अपने खिलजी लुक की एक तस्वीर शेयर की है.

एक सीन के लिए रणवीर ने खाए थे 24 थप्पड़

बता दें इस फिल्म में अपने रोल को रियल लुक देने के लिए रणवीर अंधेरे कमरे में महीनों रहे थे. एक सीन के लिए तो उन्होंने एक्टर रजा मुराद से 24 थप्पड़ भी खाए. हुआ यूं कि एक सीन में रजा मुराद को रणवीर सिंह को थप्पड़ मारना था. लेकिन सीन को परफेक्ट बनाने की चाह में डायरेक्टर भंसाली ने कई रीटेक्स कराए. जिसके चलते इस थप्पड़ वाले सीन को परफेक्ट दिखाने के लिए रजा मुराद और रणवीर सिंह ने कई रीटेक किए. आखिर में सीन फाइनल हुआ लेकिन तब तक रणवीर सिंह का चेहरा थप्पड़ों की गूंज से एकदम लाल पड़ चुका था.

निगेटिव रोल के लिए रणवीर को लेनी पड़ी मनोचिकित्सक की मदद

रणवीर सिंह उन एक्टर्स में से हैं, जो अपने काम में पूरी तरह से डूब जाते हैं. किसी कैरेक्टर में उतरने के लिए वो उसी दर्द से गुजरते हैं, जिस तरह की दर्द की अपेक्षाएं उस कैरेक्टर से होती है. रणवीर फिलहाल संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘पद्मावती’ में क्रूर शासक अलाउद्दीन खिलजी की भूमिका निभा रहे हैं. खबरों के मुताबिक, रणवीर ने इस रोल के लिए बहुत मेहनत की. इस रोल के लिए उन्होंने खुद को अपने अपार्टमेंट में हफ्तों बंद रखा, ताकि वो अपना दिमाग इस किरदार के लिए तैयार कर सकें. किरदार में इतने लंबे समय तक बने रहना मुश्किल था, ऐसे में उनके व्यवहार में भी बहुत परिवर्तन आ गया. उनके दोस्तों ने उन्हें सलाह दी है कि इस समस्या से बाहर आने के लिए उन्हें मनोचिकित्सक की मदद लेनी चाहिए. कभी-कभी वो डार्क मूड में रहते थे और चाहते थे कि कोई उनके आस-पास ना आए. फिल्म के हर शेड्यूल के बाद हॉलीडे पर भी जाते थे.